
कटनी से सौरभ श्रीवास्तव की रिपोर्ट
कटनी- कलेक्टर श्री दिलीप यादव के मार्गदर्शन एवं डाइट प्राचार्य श्रीमती एम पी डुंगडुंग के संयोजन में डाइट कटनी द्वारा दो दिवसीय गणित संगोष्ठी का आयोजन किया गया । प्रारंभ में कार्यक्रम समन्वयक वरिष्ठ व्याख्याता राजेन्द्र असाटी द्वारा गणित संगोष्ठी के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला गया । व्याख्याता राकेश सिन्नरकर द्वारा समीकरण और सर्वसमिका के आशय पर गहन चर्चा टी एल एम के माध्यम से की गई ।
गणित संगोष्ठी में श्री मंगलदीन पटेल ने आरोही और अवरोही क्रम, सुमित गर्ग ने विभिन्न आकृतियों के परिमाप, अजय चतुर्वेदी ने स्थानीय मान की, मनीष दीक्षित ने संख्याओं के गुणा एवं भाग, माया गुप्ता ने संख्या की समझ, उमेश गर्ग ने संख्या रेखा पर जोड़ घटाना, प्रदीप शर्मा ने दो संख्याओं का एलसीएम और एचसीएफ निकालकर उनके बीच सम्बन्ध, वंदना परोहा ने भिन्न और परिमेय संख्या में अंतर तथा जोड़ घटाना, अनुपमा गौतम ने समीकरण, प्रीती जैन ने बहुपद विभाजन, अशोक विश्वकर्मा ने धन एवं ऋण घात का आशय स्पष्ट करते हुए घातांक नियम, रितु श्रीवास्तव ने बीजीय व्यंजक का आशय एवं उनका जोड़ और घटाना, राजेश उपाध्याय ने साधारण ब्याज और चक्र वृद्धि ब्याज,श्रीमती राजेश्वरी पटेल ने पाई आलेख, रजनीश मिश्रा ने प्रायिकता,श्रीमती शिल्पा गुप्ता ने त्रिभुज रचना के नियम के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
जबकि लाल बहादुर रजक ने वर्गमूल और घनमूल, दिनेश शुक्ला ने पायथागोरस त्रिक, बबीता सक्सेना ने दंड आलेख श्री बाबूराम पटेल ने समलम्ब चतुर्भुज, जितेंद्र दुबे ने सम चतुर्भुज, श्री उपेंद्र शर्मा ने त्रिभुज के कोण संबंधी समस्या की अवधारणा पर रोचक प्रस्तुतीकरण कियाद्य प्रस्तुतीकरण के पश्चात सभी शिक्षकों को कटनी जिले में गणित विषय के प्रति रुचि जागृत करने हेतु गणित के ब्रांड एम्बेसडर की संज्ञा दी गईं एवं गणित की विभिन्न अवधारणाओं को वीडियो के माध्यम से निरंतर साझा करने हेतु निर्देशित किया गया। संगोष्ठी के दौरान माध्यमिक शाला एन के जे के पांच छात्रों ने गणित की मूल अवधारणा पर आधारित प्रश्नों के सटीक जबाब दिये जिसकी सभी शिक्षकों ने मुक्त कंठ से प्रशंसा की। डाइट प्राचार्य द्वारा सभी प्रतिभागियों की सक्रिय सहभागिता की सराहना करते हुए अन्य विषयों की संगोष्ठी आयोजन करने के निर्देश भी दिये गये।
कार्यशाला के आयोजन में सहायक प्राध्यापक कल्पना खरे,व्याख्याता राकेश सिन्नरकर, लेखापाल राजेश गुप्ता, किशोर शर्मा, सतेंद्र, गोविन्द, विक्रम, संतोष और मंजू ने उल्लेखनीय सहयोग प्रदान किया।